संज्ञा • considered opinion | |
सुविचारित: calculated intentional knowing well-considered | |
राय: idea view voice vote assessment guess advice say | |
सुविचारित राय अंग्रेज़ी में
[ suvicarit raya ]
सुविचारित राय उदाहरण वाक्य
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- मैं अपनी सुविचारित राय को दुहराना चाहूंगा कि,
- यह उनकी सुविचारित राय है और वह इस पर कायम हैं।
- मैं अपनी सुविचारित राय को दुहराना चाहूंगा कि, अन्य देशों के बारे में जो भी स्थिति हो, कम-से-कम भारत में राजनीतिक हत्या देश को सिर्फ नुकसान पहुंचा सकती है ।
- केंद्र सरकार को इस मामले में जस्टिस वर्मा कमिटी रिपोर्ट की आड़ लेने या जन भावनाओं का हवाला देने का आसान रास्ता पकड़ने के बजाय 30 मार्च की निर्धारित तिथि तक अपनी एक सुविचारित राय अदालत के सामने पेश करनी चाहिए।
- चुनाव में वरुण गांधी को किसी अदालत द्वारा प्रतिबंधित किए जाने से पहले ऐसा न कर पाने की मजबूरी तो आयोग ने इस आदेश में जताई मगर यह भी कहा, 'आयोग की सुविचारित राय में प्रतिवादी मौजूदा चुनाव में प्रत्याशी बनने के योग्य नहीं है...'
- चुनाव में वरुण गांधी को किसी अदालत द्वारा प्रतिबंधित किए जाने से पहले ऐसा न कर पाने की मजबूरी तो आयोग ने इस आदेश में जताई मगर यह भी कहा, ' आयोग की सुविचारित राय में प्रतिवादी मौजूदा चुनाव में प्रत्याशी बनने के योग्य नहीं है...
- ' ' ये अलग बात है कि ब्लॉगिंग की सुविचारित राय इस आथेंटिसिटी के प्रतिमान पर ही सवाल उठाती है तथा लाँजिविटी तथा खोज को ज्यादा अहम मानती है! मसलन शीर्ष चिट्ठाकार देबाशीष का मानना है “.....इंटरनेट पर लेखन, मसौदे, चित्रों, यानि कुछ भी रखा जाय असल मुद्दा है उन्हें खोज पाने का।
- ' ' ये अलग बात है कि ब्लॉगिंग की सुविचारित राय इस आथेंटिसिटी के प्रतिमान पर ही सवाल उठाती है तथा लाँजिविटी तथा खोज को ज्यादा अहम मानती है! मसलन शीर्ष चिट्ठाकार देबाशीष का मानना है “.....इंटरनेट पर लेखन, मसौदे, चित्रों, यानि कुछ भी रखा जाय असल मुद्दा है उन्हें खोज पाने का।
- जोशी ने दावा किया कि भाजपा ने लोकपाल विधेयक के स्वरूप और इसके दायरे में प्रधानमंत्री और सर्वोच्च न्यायपालिका के पदों को लाये जाने के बारे में अपनी सुविचारित राय बना ली है लेकिन इसका खुलासा विधेयक का मसौदा केन्द्र सरकार की ओर से संसद में पेश किये जाने के बाद ही किया जाएगा.
- ' ' ये अलग बात है कि ब्लॉगिंग की सुविचारित राय इस आथेंटिसिटी के प्रतिमान पर ही सवाल उठाती है तथा लाँजिविटी तथा खोज को ज्यादा अहम मानती है! मसलन शीर्ष चिट्ठाकार देबाशीष का मानना है “.....इंटरनेट पर लेखन, मसौदे, चित्रों, यानि कुछ भी रखा जाय असल मुद्दा है उन्हें खोज पाने का।